सुखी जीवन जीने के लिए सरल सामाधन।
ग्रह दोष और शत्रुओं से बचाव के लिए-
दोस्तो,कुंडली मे बुध,या केतु ग्रह परेशान कर रहे हो,मूल नक्षत्रों में जन्म हुआ हो उसमे भी अभुक्त मूल का जन्म हो और इस कारण रोग ऋण शत्रु से परेशानी हो(काल पुरुष की कुंडली के अनुसार बुध छठे भाव का मालिक है और केतु बुध के समान फल कारक है)।ऐसे मे आप
यह उपाय करिये और देखिये कैसे उड़न छू होते है आपके कष्ट।
भगवान गणेश जी के इस मंत्र का जिसमे गणेश जी के बारह नामो का वर्णन है। इन बारह नामों का जप बुधवार को शुरू करके रोज करे और संभव हो तो हर बुधवार को किसी गणेश जी के मंदिर में बैठकर करे। कम से कम 21 बार इस मंत्र का जप करे।
मंत्र-
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
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